5 Simple Techniques For shiv chalisa in gujarati lyrics
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नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।
धन निर्धन को देत सदाहीं । जो कोई जांचे वो फल पाहीं ॥
नमो नमो जय नमो शिवाय । सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥
अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी ।
देवनः यदा यदा गच्छति स्म तदा तदा आहूतवान्।
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई । सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
शङ्करस्य सम्मुखे पाठस्य पाठं कुर्वन्तु।
प्रभुं प्राणनाथं विभुं विश्वनाथं जगन्नाथनाथं सदानन्दभाजम् ।
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
पुत्र होन get more info कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥